- Next Week Travel
- July 20, 2023
- 8:30 pm
Table of Contents
मैकलोडगंज हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला जिले में स्थित एक सुन्दर हिल स्टेशन है | यह भारत के सबसे प्रसिद्ध हिल स्टेशन में से एक है | मैकलोडगंज को “तिब्बत का दूसरा घर” कहा जाता है | यह तिब्बती बौद्ध धर्म के संस्थापक दलाई लामा का निवास स्थान है | मैकलोडगंज में कई आपको बौद्ध मठ और मंदिर देखने को मिलते हैं | यह एक शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक स्थान है | मैकलोडगंज में घूमने के लिए कई जगहें हैं | आप यहां बौद्ध मठों और मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं, ट्रेकिंग कर सकते हैं, पिकनिक मना सकते हैं और प्राकृतिक खूबसूरती का लुफ्त उठा सकते हैं | मैकलोडगंज एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है | यहां हर साल लाखों की संख्या में लोग घूमने आते हैं |
मैकलोडगंज का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है | माना जाता है कि यहां 10वीं शताब्दी में एक तिब्बती बौद्ध संत ने एक मठ की स्थापना की थी. 14वीं शताब्दी में दलाई लामा के पूर्वज ने यहां एक मठ की स्थापना की थी. 1959 में जब चीन ने तिब्बत पर कब्जा कर लिया, तो दलाई लामा मैकलोडगंज में आकर रहने लगे | तब से मैकलोडगंज तिब्बती बौद्ध धर्म का एक प्रमुख केंद्र बन गया है.
मैकलोडगंज क्यों प्रसिद्ध है?
मैक्लॉडगंज में क्या करें
मैक्लॉडगंज में घूमने के लिए कई जगहें हैं | आप यहां बौद्ध मठों और मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं, ट्रेकिंग कर सकते हैं, पिकनिक मना सकते हैं और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं. मैक्लॉडगंज एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है. यहां हर साल लाखों लोग घूमने आते हैं |
मैक्लॉडगंज में घूमने और करने के लिए कुछ प्रसिद्ध जगह इस प्रकार हैं:
- दलाई लामा का घर: मैक्लॉडगंज में दलाई लामा का घर एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है | यह एक छोटा सा घर है, जहां दलाई लामा अपने परिवार के साथ रहते हैं. आप यहां दलाई लामा के जीवन और कार्यों के बारे में जान सकते हैं |
- त्सिम्शे मोनास्ट्री: त्सिम्शे मोनास्ट्री मैक्लॉडगंज का सबसे बड़ा बौद्ध मठ है | यह मठ 1959 में चीन द्वारा तिब्बत पर कब्जा करने के बाद तिब्बत से भागे हुए बौद्ध भिक्षुओं द्वारा बनाया गया था | मठ में कई प्राचीन बौद्ध मूर्तियां और पांडुलिपियां हैं |
- गुरू नानक देव जी का स्मारक: गुरू नानक देव जी का स्मारक मैक्लॉडगंज में स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है | यह स्मारक 1500 के दशक में बनाया गया था. स्मारक में गुरू नानक देव जी की एक मूर्ति है|
- नूरपुर झील: नूरपुर झील मैक्लॉडगंज से लगभग 10 किमी दूर स्थित एक सुंदर झील है | झील का पानी साफ़ और निर्मल है | आप यहां बोटिंग, मछली पकड़ना और तैरना का मजा ले सकते हैं |
- डल झील: डल झील मैक्लॉडगंज से लगभग 15 किमी दूर स्थित एक और सुंदर झील है | झील का पानी नीला और शांत है | आप यहां बोटिंग, मछली पकड़ना और तैरना का आनंद ले सकते हैं |
- त्रिकुटा पर्वत: त्रिकुटा पर्वत मैक्लॉडगंज से लगभग 20 किमी दूर स्थित एक ऊंची पर्वत चोटी है | पर्वत की ऊंचाई 22,750 फीट है | आप यहां ट्रेकिंग कर सकते हैं और पर्वत की चोटी से अद्भुत नज़ारे देख सकते हैं |
- माउंट कंचनजंगा: माउंट कंचनजंगा दुनिया का तीसरा सबसे ऊंचा पर्वत है | पर्वत मैक्लॉडगंज से लगभग 60 किमी दूर स्थित है | आप यहां दूरबीन से पर्वत का दृश्य देख सकते हैं |
यह भी जरूर पढ़े :श्रीकृष्ण नगरी मथुरा
मैक्लॉडगंज कैसे पहुंचे
- हवाई मार्ग: मैक्लॉडगंज का नजदीकी हवाई अड्डा गगल है, जो धर्मशाला से लगभग 100 किमी दूर है. गगल से मैक्लॉडगंज के लिए बस या टैक्सी ले सकते हैं |
- रेल मार्ग: मैक्लॉडगंज का नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, जो धर्मशाला से लगभग 200 किमी दूर है | काठगोदाम से धर्मशाला के लिए बस या टैक्सी रेंट पर ले सकते हैं और फिर धर्मशाला से मैक्लॉडगंज के लिए बस या टैक्सी किराये पर ले सकते हैं |
- सड़क मार्ग: मैक्लॉडगंज सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है | आप दिल्ली, देहरादून, शिमला और काठगोदाम से मैक्लॉडगंज के लिए बस या टैक्सी ले सकते हैं |
मैक्लॉडगंज घूमने का सबसे अच्छा समय
मैक्लॉडगंज यात्रा करने से पहले टिप्स
- मौसम: मैक्लॉडगंज का मौसम ठंडा रहता है। यहां का सबसे अच्छा समय घूमने के लिए मार्च से जून और सितंबर से नवंबर के बीच है | इस समय मौसम सुहावना रहता है और तापमान 15 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
- कपडे: मैक्लॉडगंज में ठंडा मौसम रहता है, इसलिए आपको गर्म कपड़े पहनना चाहिए यहां आपको एक स्वेटर, जैकेट, टोपी, दस्ताने और जूते की आवश्यकता होगी।
- होटल: मैक्लॉडगंज में कई होटल और रिसॉर्ट हैं। आप अपनी बजट के अनुसार कोई भी होटल या रिसॉर्ट बुक कर सकते हैं।
- भोजन: मैक्लॉडगंज में कई रेस्तरां हैं। आप यहां उत्तराखंडी व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं।
- परिवहन : मैक्लॉडगंज सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप दिल्ली, देहरादून, शिमला और काठगोदाम से मैक्लॉडगंज के लिए बस या टैक्सी रेंट पर ले सकते हैं.
- मैक्लॉडगंज में घूमने के लिए कई जगहें हैं। आप यहां दलाई लामा का घर, त्सिम्शे मोनास्ट्री, गुरू नानक देव जी का स्मारक, नूरपुर झील, डल झील, त्रिकुटा पर्वत और माउंट कंचनजंगा के दर्शन कर सकते हैं।
- आकस्मिक स्थिति: मैक्लॉडगंज एक पहाड़ी क्षेत्र है, इसलिए यहां अक्सर मौसम खराब हो जाता है. ऐसी स्थिति में आपको सावधान रहना चाहिए और अपने साथ एक टॉर्च, रेनकोट और अन्य आवश्यक सामान रखना चाहिए.
निष्कर्ष
अगर हमारे द्वारा लिखे गए लेख से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमको नीचे दिए हुए कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। हम इसे सुधारेंगे ओर आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। इसी तरह के आर्टिकल पढ़ने के लिए आपकी अपनी वेबसाइट नेक्स्ट वीक ट्रेवल के साथ जुड़े रहें।
People also ask
मैक्लॉडगंज, हिमालय की गोद में बसा एक रोमांचक खूबसूरत हिल स्टेशन है। यहाँ की शानदार पर्वतीय चोटियों ने इसे एक अद्भुत स्थान बना दिया है।
यहाँ की शांति और सुंदरता आपको अपनी ओर खींचती है। यहाँ के वन और झीलों की सुंदरता आपको अपनी ओर आकर्षित करती है। यहाँ के लोग अत्यंत संयमी और आदर्शवादी होते हैं।
मैक्लॉडगंज में बर्फबारी दिसंबर से फरवरी के बीच होती है इस समय मौसम बहुत ठंडा हो जाता है और तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है